क्या पौधों में वास्तव में जीवन होता है?

 

हम खाने के लिए नहीं जीते, बल्कि जीने के लिए खाते हैं। हमें, केवल उन्हीं चीज़ों को खाना चाहिए, जिनसे हमारे शरीर को अधिक से अधिक शक्ति  मिले। वेद में मानव को केवल शाक-सब्जियां ही खाने का निर्देश है। पौधों में भी जीव है? शाक-सब्जियों को प्राप्त करने में भी हिंसा होती है? आदि प्रश्न मांसाहारियों द्वारा अपने बचाव में ही उठाए जाते हैं। इन प्रश्नों से जुड़े अनेकों पहलुओं पर विद्वान एकमत नहीं, परन्तु, इस बात को सभी विद्वान स्वीकारते हैं कि मनुष्य जाति के लिए अण्डा, मांस आदि अभक्ष्य और शाक-सब्जियां आदि भक्ष्य हैं।

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